अर्बन मिरर संवाददाता
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद में अवैध खनन रोकने में योगी सरकार भी असफल हो गयी है। आज भी खनन माफिया पूरी तरह से सक्रिय है आैर उन्हें खुले रूप में राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। सरकार आैर अधिकारियों में इतनी हिम्मत नही रह गयी है कि अवैध खनन रोका जा सकें। सपा सरकार में अवैध खनन का संरक्षण तत्कालीन मंत्री पंडित सिंह पर लगता था आैर यह माना जाता था कि उनके दबाव में जिलाधिकारी आैर शासन खनन माफिओं के खिलाफ कार्यवाही नही कर पा रही है। सत्ता बदली आैर योगी आदित्य नाथ जैसे मुख्यमंत्री बने इससे गोंडा जनपद के जनता की उम्मीद जगी थी लेकिन उस पर भी पानी फिर गया इसका ताजा उदाहरण यह है कि सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण शरण सिंह को जिलाधिकारी द्वारा नोटिस दी गयी है। जिलाधिकारी ने यह नोटिस अपने आप नही दिया है क्योंकि जल में रहकर मगर मच्छ विरोध नही किया जा सकता यह कहावत गोंडा के जिलाधिकारी पर लागू होती है। क्योंकि सत्ता पक्ष के सांसद का विरोध करके जिलाधिकारी नही रह सकते है। इसीलिए यह नोटिस जनपद में जिलाधिकारी रही वर्तमान में भूतत्व व खनिज विभाग की निदेशक डा0 रोशन जैकव के निर्देश पर दिया गया है। रोशन जैकव एक तेज तर्रार आैर ईमानदार अधिकारी के रूप में जानी जाती है। निदेशक के निर्देश पर बालू, मोरंग, अवैध भण्डारण के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत 13 जुलाई को इस्माईलगंज गांव स्थित नरेन्द्र मेमोरियल निजी आई टीआई में बड़े रूप में बालू का अवैध भण्डारण मिला। जानकारी में आया यह अवैध भण्डारण सांसद के बेटे से जुड़ा हुआ है जिसके भण्डारण की स्वीकृति जिलाधिकारी द्वारा नही दी गयी है। नोटिस में सात के अन्दर जबाव मांगा गया है। समय बतायेगा कि अवैध भण्डारण पर जिलाधिकारी कार्यवाई करने में कितना सक्षम है।